मुंबई मेट्रो प्रबंधन कर रही है मनमानी,बदले जा रहे हैं स्थानो के नाम !
(कर्ण हिंदुस्तानी )
मुंबई के किसी भी स्थानक का नाम बदलने के लिए राज्य सरकार को जहां कई विभागों से गुजरना पड़ता है वहीँ मुंबई मेट्रो को संचालित करने वाली रिलायंस मनमाने तरीके से स्थानकों का नाम बदलने पर उतारू हो गई है।
मुंबई की पहचान बन चुके अँधेरी मेट्रो स्टेशन का नाम बदल कर बैंक ऑफ़ बड़ौदा अँधेरी कर दिया गया है , इससे पहले पश्चिम द्रुतगति मेट्रो स्टेशन का नाम मैजिक ब्रिक्स पश्चिम द्रुतगति मार्ग किया गया था। अब तो हद हो गई मुंबई मेट्रो के मुख्य स्थानक यानी कि घाटकोपर का नाम वीवो मोबाइल फ़ोन के नाम पर यानी कि वीवो घाटकोपर कर दिया गया है। मुंबई मेट्रो को संचालित करने वाली रिलायंस की इस मनमानी के खिलाफ कोई भी बोलने को तैयार नहीं है। दिल्ली और अन्य जगह चलाई जा रही मेट्रो के साथ अगर मुंबई मेट्रो की तुलना करें तो मुंबई मेट्रो सबसे ज्यादा किराया वसूल रही है। उस पर विज्ञापनों के जरिये भी जमकर कमाई कर रही है। रोज़ाना लाखों यात्री मुंबई मेट्रो से घाटकोपर और वर्सोवा के बीच यात्रा करते हैं ऐसे में विभिन्न कंपनियां मुंबई मेट्रो में विज्ञापन करने के लिए आतुर रहती हैं। इसी वजह से रिलायंस ने अब विज्ञापन से पैसा कमाने की जुगाड़ लगाते हुए मुंबई के नामचीन स्टेशनो का नाम बदलना शुरू कर दिया है। आश्चर्य जनक बात तो यह है कि मुंबई की अस्मिता की बात करने वाले किसी भी राजनीतिक दल अथवा सामाजिक संस्था ने इस बारे में कोई आवाज़ नहीं उठाई है। मुंबई आस पास वेब न्यूज़ इस मामले को सरकार और जनता के सामने रख रहा है। देखते हैं कौन इस ओर ध्यान देता है।